Jalandhar, April 08, 2023
पंजाब सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा मांगे गए 57 कथित गैंगस्टरों और आतंकवादियों और प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसजेएफ) के सदस्यों की संपत्ति का ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस संबंध में एनआईए ने पंजाब सरकार को पत्र लिखकर गैंगस्टरों और आतंकियों की सूची दी है।
पुलिस ने फिरोजपुर जिले में गैंगस्टरों और आतंकियों की 12 सबसे बड़ी संपत्तियों की पहचान की है। जबकि 11 संपत्तियों के साथ तरनतारन और 10 संपत्तियों के साथ अमृतसर दूसरे और तीसरे स्थान पर है। जिन अन्य जिलों में संपत्तियों पर संदेह है उनमें कपूरथला, मोगा, मोहाली, फाजिल्का, मुक्तसर, गुरदासपुर और होशियारपुर शामिल हैं। एनआईए ने 23 सितंबर, 2019 के तरनतारन विस्फोट मामले और 26 अगस्त, 2022 को एनआईए द्वारा उजागर किए गए एक आतंकवादी-गैंगस्टर सांठगांठ के आरोपियों की संपत्ति का विवरण मांगा है। इसके अलावा खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ), सिख्स फॉर जस्टिस (एसजेएफ) और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों का ब्योरा मांगा गया है।
यदि यह साबित हो जाता है कि संपत्तियों को वित्तपोषित करने के लिए अवैध धन का उपयोग किया गया था, तो सरकार उन्हें कुर्क कर सकती है या उन्हें ध्वस्त कर सकती है। गलत तरीके से कमाया गया धन आतंकवादी फंड, मादक पदार्थों की तस्करी और विदेशों से जबरन वसूली हो सकता है। उत्तर प्रदेश सरकार पहले भी गैंगस्टरों और असामाजिक तत्वों की ऐसी कई संपत्तियों को ध्वस्त कर चुकी है। गृह सचिव अनुराग वर्मा ने डीसी से कहा है कि जिन लोगों के नाम एनआईए ने उपलब्ध कराए हैं, उनकी चल-अचल संपत्ति की जानकारी मुहैया कराएं। एनआईए के महानिदेशक दिनकर गुप्ता और अतिरिक्त सचिव (नॉर्थ ब्लॉक) प्रवीण वशिष्ठ द्वारा पंजाब सरकार को लिखे गए पत्रों के बाद यह कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
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