Jalandhar, March 17, 2023
पंजाब में कई दवाएं एमआरपी से ज्यादा कीमत पर बिक रही हैं। स्थिति यह है कि 700 रुपये की वैक्सीन 17 हजार रुपये और 40 रुपये की गोली 4000 रुपये में बिक रही है। यह मामला पंजाब विधानसभा में विधायक है। चरनजीत सिंह ने उठाया। सदन में इस पर लंबी चर्चा हुई। इस बीच महंगी दवाओं की लूट के कई मामले सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच साझा किए गए। प्रस्ताव सदन द्वारा सर्वसम्मति से पारित किया गया।
पहले प्रस्ताव में सिफारिश की गई थी कि राज्य सरकार एमआरपी से अधिक कीमत पर दवाएं बेचकर रंगदारी के मामले को केंद्र सरकार के समक्ष उठाए। प्रस्तुतिकरण पर चर्चा करते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने सदन में बताया कि उन्होंने इस संबंध में 21 फरवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भी लिखा है।उन्होंने इस पर आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में कैंसर की दवाओं पर 30 फीसदी से ज्यादा कमाई हो रही है। वहीं दूसरी ओर गैर अनुसूचित दवाओं पर भी मुनाफा कमाया जा रहा है। महंगी दवाओं की बिक्री का एक और तरीका ई-फार्मेसी के रूप में सामने आया है। इसमें खरीदार को दवा पर 25 फीसदी छूट के साथ आकर्षक ऑफर दिया जाता है।
डॉ.सिंह ने सदन में मौजूद कई विधायकों से कहा कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र में जन औषधि केंद्र खोलें, जिसके लिए रोगी कल्याण समिति और रेडक्रॉस से मदद ली जा सकती है।उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में 25 जन औषधि केंद्र चल रहे हैं और 16 अन्य स्वीकृत किए जा चुके हैं। पंजाब में कारोबार करने वाली कंपनियां अपनी सामाजिक जिम्मेदारी समझकर आगे आएं और अपने औद्योगिक परिसरों के आसपास के 8-10 गांवों में आरओ लगाकर लोगों को साफ पानी मुहैया कराएं।
राज्य सरकार कुछ सेवाओं को आउटसोर्स करेगी लेकिन किसी निजी कंपनी को कोई मेडिकल टेस्ट का ठेका नहीं दिया जाएगा। सरकार अस्पतालों में दवाइयां और जांच मुफ्त में उपलब्ध कराने की दिशा में आगे बढ़ रही है और इसके परिणाम जल्द ही सामने आएंगे।
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