Jalandhar, February 28, 2023
देश में इस साल भी लोगों को महंगाई की मार झेलनी पड़ सकती है, क्योंकि अभी मानसून की दस्तक नहीं हुई है, आशंका जताई जा रही है कि देश सूखे की मार भी झेल सकता है।कई रिपोर्ट्स बताती हैं कि अल नीनो के असर से देश में बारिश और बर्फबारी में कमी आ सकती है, जिससे कृषि पर असर के चलते खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ सकते हैं।
अमेरिका स्थित राष्ट्रीय वायुमंडलीय प्रशासन ने जून से दिसंबर 2023 तक अल नीनो के फिर से उभरने की भविष्यवाणी की है। कई शोध रिपोर्टों ने वित्तीय वर्ष के दौरान मुद्रास्फीति को उच्च रखते हुए कृषि उत्पादन में गिरावट पर प्रकाश डाला है। अल नीनो और ला नीना प्रशांत महासागर में जलवायु पैटर्न हैं।
भारत को तैयार रहने की जरूरत है। 22 फरवरी को एक प्रेस विज्ञप्ति में मौसम विभाग ने कहा कि इस महीने गेहूं उगाने वाले उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान सामान्य से 3-5 डिग्री सेल्सियस अधिक था। उच्च तापमान के कारण पिछले मार्च में अनाज का उत्पादन 3 मिलियन टन कम था। सरकार ने मई में गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी थी। गेहूं की खपत करने वाले उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित 10 राज्यों में सब्सिडी वाले राशन के हकदार गरीब लोगों को गेहूं के बदले चावल दिया गया।
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