Jalandhar, March 21, 2023
जूनियर महिला कोच पर यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। यौन उत्पीड़न के मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने जिला कोर्ट में संदीप सिंह की ब्रेन मैपिंग के लिए अर्जी दाखिल की है। इस मामले की सुनवाई 31 मार्च को होगी। पंचकूला स्टेडियम में तैनात जूनियर महिला कोच ने 30 दिसंबर को चंडीगढ़ पुलिस में संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था।
हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री और पूर्व ओलंपियन संदीप सिंह तीन महीने पहले विवादों में घिर गए थे। हरियाणा खेल विभाग की जूनियर महिला कोच ने आरोप लगाया था कि पूर्व खेल मंत्री ने उन्हें अपने आधिकारिक आवास पर बुलाया और उनके साथ छेड़छाड़ की। महिला कोच ने यह भी कहा कि इससे पहले खेल मंत्री ने अन्य महिला खिलाड़ियों के साथ गलत हरकत की थी। विवाद खड़ा होने के बाद खेल मंत्री ने दावा किया कि उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है।
ब्रेन मैपिंग की बात करें तो यह एक न्यूरोसाइंस तकनीक है जिसके जरिए दिमाग में मौजूद तरंगों की जांच की जाती है। इस खास तकनीक के जरिए टेस्ट लैब में कुर्सी पर बैठकर सच और झूठ का पता लगाया जाता है। इस टेस्ट से यह पता चलता है कि आरोपी ने अपराध किया है, उसका दिमाग किस हद तक इसे करने में सक्षम है।
ब्रेन मैपिंग से किसी व्यक्ति को कोई शारीरिक या मानसिक नुकसान नहीं होता है। ब्रेन मैपिंग टेस्ट में व्यक्ति के सिर से सेंसर जुड़े होते हैं। साथ ही व्यक्ति के सामने अपराध से संबंधित दृश्य को सिस्टम पर दिखाया और सुनाया जाता है। कहा जाता है कि ब्रेन मैपिंग में कभी-कभी 7 से 8 दिन लग जाते हैं।
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