Jalandhar, March 13, 2023
श्रीलंका में, भारत द्वारा दी गई ऋण सहायता के दस लाख डॉलर का उपयोग छात्र पुस्तकों की छपाई के लिए किया गया है। करीब 40 लाख छात्रों के लिए किताबें छप रही हैं। भारत ने पिछले साल श्रीलंका को 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ऋण सहायता की घोषणा की थी। श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने शनिवार 11 मार्च को यह जानकारी दी।
भारतीय उच्चायोग के अनुसार, भारत ने भोजन, ईंधन, दवाओं और औद्योगिक कच्चे माल सहित आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए मार्च 2022 में श्रीलंका को 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण प्रदान किया। उच्चायोग ने कहा कि इस राशि में से श्रीलंका सरकार और निजी आयातकों ने भारत से किताबों की छपाई के कागज सहित सामग्री खरीदी है, जिसके लिए एक करोड़ अमेरिकी डॉलर का इस्तेमाल किया गया है।
उच्चायोग ने कहा कि भारत द्वारा दी गई मदद से शैक्षणिक वर्ष 2023 में श्रीलंका के पढ़ने वाले 40 लाख बच्चों की 45 फीसदी किताबें छप रही हैं।रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, "श्रीलंका को अब तक आवश्यक वस्तुओं, पेट्रोलियम, उर्वरक, रेलवे विकास, बुनियादी ढांचा, रक्षा क्षेत्र और सहित विभिन्न क्षेत्रों में चार अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की ऋण सहायता दी गई है।" अक्षय ऊर्जा।" दिया गया है
इस बारे में उच्चायोग की ओर से एक ट्वीट भी किया गया। कहा गया है कि भारत श्रीलंका के बच्चों के भविष्य में मदद कर रहा है। भारतीय उच्चायोग और श्रीलंका के शिक्षा मंत्री सुशील प्रेमजयंत ने औपचारिक रूप से पाठ्य पुस्तकों का एक बैच भेजा है, जिन्हें भारत की मदद से राज्य मुद्रण निगम में मुद्रित किया गया है।
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