Jalandhar, April 13, 2023
ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने नकली दवा बनाने वाली 18 फार्मा कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि DCGI ने 20 राज्यों की 76 कंपनियों का निरीक्षण किया था। इसमें 70 कंपनियां हिमाचल प्रदेश की, 45 उत्तराखंड की और 23 कंपनियां मध्य प्रदेश की थीं। जिन कंपनियों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं उनमें से ज्यादातर उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले हिमालया मेडिटेक प्राइवेट लिमिटेड का लाइसेंस पिछले साल दिसंबर में रद्द किया गया था। इसके साथ ही 12 उत्पादों की मैन्युफैक्चरिंग परमिशन इसी साल सात फरवरी को रद्द कर दी गई थी। इसके अतिरिक्त, हिमाचल प्रदेश के बद्दी से श्री साई बालाजी फार्माटेक प्राइवेट लिमिटेड को कारण बताओ नोटिस और निर्माण बंद करने का नोटिस जारी किया गया था। दवा निरीक्षकों द्वारा अनुपालन के सत्यापन के बाद उत्पादन बंद करने का आदेश रद्द कर दिया गया था।
ईजी फार्मास्यूटिकल्स, ग्राम मंधाला, तह कसौली, जिला सोलन, हिमाचल प्रदेश को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। हालांकि, जांच के बाद निर्माण रोकने का आदेश रद्द कर दिया गया। जबकि केवल एथेंस लाइफ साइंसेज, मौजा रामपुर जट्टान, नाहन रोड काला अंब, जिला सिरमौर 173030 (हिमाचल) को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इसके अलावा, लेबर फार्मास्युटिकल्स इंडिया लिमिटेड, (यूनिट-2), राजबन रोड, नरीवाला, पौंटा साहिब (हिमाचल) को चेतावनी और कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
फरीदाबाद में पंजीकृत नेस्टर फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड को इस साल 30 जनवरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। अनुपालन प्रस्तुत करने के बाद फर्म का फिर से निरीक्षण किया गया और गैर-अनुपालन के लिए कड़ी चेतावनी जारी की गई।
2024. All Rights Reserved