Delhi, May 20, 2020
नई दिल्ली। प्रतिवचन ब्यूरो
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले मंगलवार को एक लाख के पार पहुंच गए जबकि संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या 3163 पर पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में सोमवार सुबह आठ बजे से लेकर पिछले 24 घंटे में कुल 134 लोगों की मौत हुई और कोविड-19 के 4970 मामले सामने आए। मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,01,139 हो गए हैं। 58802 लोग अब भी संक्रमण की चपेट में हैं जबकि 39173 लोग स्वस्थ हुए हैं जबकि एक मरीज विदेश चला गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया- अब तक 38.73 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं। मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार 70 प्रतिशत से अधिक मौतें मरीजों में पहले से मौजूद अन्य बीमारियों के चलते हुई हैं।
64 दिन में हुए 100 से एक लाख
भारत में कोविड-19 के मामले 64 दिन में 100 से एक लाख तक पहुंच गए हैं। अमेरिका, स्पेन और इटली जैसे देशों की तुलना में भारत में मामले काफी धीमी गति से बढ़े हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय और वर्ल्डमीटर्स से मिले आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले 25 दिन में 100 से एक लाख हुए थे, वहीं स्पेन में मामलों को एक लाख होने में 30 दिन लगे थे। जर्मनी में 35, इटली में 36, फ्रांस में 39 और ब्रिटेन में 42 दिन में मामले 100 से एक लाख हुए थे।
एम्स में ओपीडी से पहले स्क्रीनिंग क्षेत्र बनेगा
एम्स में चरणबद्ध तरीके से ओपीडी सेवा बहाल करने की तैयारी चल रही है और इसमें आने वाले मरीजों में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी और कोविड-19 के लक्षण वाले रोगियों की पहचान कर उन्हें अलग करने के लिए एक स्क्रीनिंग क्षेत्र बनाया जाएगा। एम्स की मुख्य प्रवक्ता डॉ आरती विज के अनुसार अस्पताल में कोविड-19 के मद्देनजर ओपीडी को नया स्वरूप प्रदान करने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी और कोविड-19 के संदिग्धों का पता लगाकर उन्हें अलग करने के लिए एक स्क्रीनिंग ओपीडी शुरू करने की तैयारी है। इसके बाद ही रोगियों को मुख्य ओपीडी में भेजा जाएगा। एम्स ने कोविड-19 के प्रकोप की रोकथाम में अपने सभी संसाधनों को लगाने के प्रयास के तहत करीब एक महीना पहले ओपीडी सेवाओं को बंद कर दिया था तथा ऐसी सभी सर्जरियों पर भी रोक लगा दी जो बाद में की जा सकती हैं।
2024. All Rights Reserved