jalandhar, January 22, 2021 3:35 pm
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जो हेल्थकेयर वर्कर वैक्सीनेशन के लिए रजिस्टर्ड हैं, वो अपने शेड्यूल डेट से पहले भी वैक्सीनेशन करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि समय पर रजिस्टर्ड लोग नहीं पहुंच पाने की वजह से वैक्सीन की बर्बादी हो रही है। उन्होंने कहा कि लगभग 10 पर्सेंट डोज बर्बाद हो रहा है। मंत्री ने कहा कि वैक्सीन के एक वायल में 10 डोज होती है। ऐसे में अगर किसी वैक्सीनेशन सेंटर में 57 लोग पहुंचे तो इसका मतलब है कि 5 वायल का पूरा इस्तेमाल हुआ और छठे वायल के 7 डोज इस्तेमाल हुए और 3 डोज बर्बाद हो गए। उन्होंने कहा कि इस वजह से देश भर में 10 पर्सेंट डोज बर्बाद हो रहा है।
वैक्सीन के डोज को बर्बाद होने से बचाना है
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एक तरफ वैक्सीनेशन बढ़ाना है और दूसरी तरफ वैक्सीन के डोज को बर्बाद होने से भी बचाना है। इसलिए अब वैक्सीनेशन सेंटरों को एक नया विकल्प दिया गया है कि जो लोग रजिस्टर्ड हैं और लेकिन उन्हें अभी कोविन ऐप के जरिए वैक्सीन कराने का मैसेज नहीं मिला है, अब ऐसे लोग अगर वैक्सीन कराना चाहते हैं तो उन्हें इंतजार करने की जरूरत नहीं। हेल्थकेयर वर्कर जब चाहें सेंटर जा सकते हैं और रजिस्टर्ड होने पर कोविन ऐस से मैसेज नहीं आने के बावजूद भी वैक्सीन ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब किसी को वैक्सीन से इनकार नहीं रकना चाहिए। इससे वैक्सीनेशन बढ़ेगा और वैक्सीन की बर्बादी भी कम होगी।
दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर आधे पर्सेंट से भी कम
वहीं, दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर अब आधा पर्सेंट से भी कम रह गई है। इस वजह से नए मामले अब बहुत कम हो गए हैं। बड़ी उपलब्धि यह है कि अब तक एक करोड़ से अधिक सैंपल की जांच हो चुकी है जो यहां की आधी आबादी यानी दिल्ली की कुल आबादी का लगभग आधा है। दिल्ली में अब भी रोजाना 70,000 से 85,000 सैंपल की जांच हो रही है। लेकिन मंत्री ने यह माना कि कोरोना के मामले जीरो होना तो संभव नहीं है, लेकिन यह नियंत्रित है। यदि इस तरह से स्थिति रही तो स्वाइन फ्लू की तरह कोरोना महामारी भी खत्म हो जाएगी। स्वाइन फ्लू के कुछ मामले हर साल आते हैं। उसी तरह हो सकता है कि कोरोना के कुछ मामले आगे भी आते रहें, लेकिन यह महामारी नहीं रहेगी।
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