Jalandhar, March 09, 2023
स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण के इलाज के लिए प्रोटोकॉल भी जारी किया है। एंटीबायोटिक्स के ज्यादा इस्तेमाल से सावधान रहें। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अस्पतालों में इंफ्लूएंजा ए और बी दोनों के मामले सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, बैक्टीरियल और वायरल दोनों, अस्थमा और निमोनिया के गंभीर प्रकोप के मरीज मिल रहे हैं। मरीजों को खांसी, मतली, उल्टी, गले में खराश, बुखार, शरीर में दर्द और दस्त जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है । बुखार तीन दिनों के अंत में कम हो जाता है, लेकिन खांसी तीन सप्ताह तक बनी रह सकती है। तेज बुखार और सांस लेने में तकलीफ वाले लोगों को तुरंत अस्पतालों में रिपोर्ट करने को कहा गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि बच्चों और बुजुर्गों में संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है। विभाग ने बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों और सह-रुग्णता वाले रोगियों को सतर्क रहने के लिए कहा है।
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