Jalandhar, March 13, 2023
आपको बता दें कि 'नटू-नटू' ऑस्कर में जाने वाला किसी हिंदी फिल्म का पहला ऐसा गाना है। कोरियोग्राफर प्रेम रक्षित द्वारा बनाए गए हुक स्टेप के साथ गाने को जूनियर एनटीआर और रामचरण पर फिल्माया गया था। गाना पहले ही गोल्डन ग्लोब जीत चुका है। यह गोल्डन ग्लोब जीतने वाला पहला भारतीय और एशियाई गीत भी है।
इस गाने के बनने और बनने की कहानी काफी दिलचस्प है।फिल्म का गाना नाटू नाटू दोस्ती पर आधारित है। इस गाने को बनाने में 19 महीने का समय लगा है। कहा जाता है कि संगीतकार एमएम कीरवानी ने फिल्म के लिए 20 गाने लिखे थे, लेकिन उन 20 में से नाटू-नाटू को अंतिम रूप दिया गया था। यह फिल्म निर्माण से जुड़े लोगों द्वारा मतदान के आधार पर तय किया गया था। गाने का 90% हिस्सा सिर्फ आधे दिन में पूरा हो गया था, हालांकि बाकी के 10% गाने को पूरा होने में 19 महीने लगे।
गाने का हुक स्टेप बनाने के लिए कोरियोग्राफर ने 110 मूव्स किए। ऑस्कर विजेता संगीतकार एम एम किरवानी कभी अकाल मृत्यु के डर से सन्यासी बनकर रहते थे। दूसरी तरफ जिस गाने पर पूरी दुनिया के लोग झूम रहे हैं, उसके स्टेप्स बनाने वाले कोरियोग्राफर प्रेम रक्षित ने भी सुसाइड करने की कोशिश की है।
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