Jalandhar, March 15, 2023
होली के दिन केंद्र की मोदी सरकार ने प्याज किसानों को बड़ा तोहफा दिया है।सरकार ने अपनी खरीद एजेंसियों को बाजारों में कीमतों में गिरावट की खबरों के मद्देनजर लाल प्याज की खरीद और उपभोग केंद्रों को एक साथ प्रेषण और बिक्री में तुरंत हस्तक्षेप करने का निर्देश दिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, गिरती कीमतों की चुनौतियों से निपटने के लिए, सरकार के पास प्याज की खरीद और भंडारण के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष है, ताकि मंदी के मौसम में आपूर्ति श्रृंखला को सुचारू रखा जा सके। कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार शाम एक बयान में कहा कि नेफेड ने पिछले 10 दिनों में 900 रुपये प्रति 100 किलोग्राम से अधिक की दर से सीधे किसानों से लगभग 4,000 टन प्याज की खरीद की है।
भारत की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव मंडी में प्याज 1 से 2 रुपये प्रति किलो से भी कम बिकने की खबरें आ रही थीं। मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, नेफेड ने 40 खरीद केंद्र खोले हैं जहां किसान अपना स्टॉक बेच सकते हैं और अपना भुगतान ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। NAFED ने खरीद केंद्रों से स्टॉक को दिल्ली, कोलकाता, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद और कोच्चि ले जाने की व्यवस्था की है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022-23 के दौरान प्याज का उत्पादन 318 लाख टन रहने का अनुमान है, जो पिछले साल के 316.98 लाख टन के उत्पादन को पार कर चुका है। बयान में कहा गया, "मांग और आपूर्ति के साथ-साथ निर्यात क्षमता में स्थिरता के कारण कीमतें स्थिर रहीं।" हालांकि, फरवरी के महीने में लाल प्याज की कीमतों में गिरावट देखी गई, खासकर महाराष्ट्र राज्य में जहां मॉडल दर 500-700 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गई। विशेषज्ञों ने गिरावट का श्रेय अन्य राज्यों में कुल उत्पादन में वृद्धि को दिया है, जिससे देश के शीर्ष उत्पादक जिले, नासिक से आपूर्ति पर निर्भरता कम हो गई है।
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