jalandhar, December 13, 2021 4:37 pm
कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर किसानों के लिए अस्पताल चला रहे पंजाब के लोगों ने रविवार को रवाना होने से पहले शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान शहीद हुए 734 किसानों की याद में मोमबत्तियां जलाईं गईं। साथ ही कहा कि शहीद किसानों की कुर्बानी को कभी भुला नहीं सकते।
पंजाब के पटियाला निवासी भरपूर सिंह ने बताया कि कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर किसान मजदूर एकता के नाम से लाइफ केयर सोसायटी की ओर से अस्पताल चलाया जा रहा था। 11 दिसंबर को यहां से किसानों का मोर्चा जा चुका है। जब तक बॉर्डर पर आखिरी में बचे किसान मौजूद हैं, वह यहां रुकेंगे। अब जबकि किसान जा चुके हैं तो उन्होंने अपना सामान समेट लिया है।
इससे पहले शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई है। उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन में अब तक तक कुल 734 किसान शहीद हुए हैं। जिसमें कल हादसे का शिकार हुए दो किसान भी शामिल हैं। ऐसे में उन्होंने सभी शहीद किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए अस्पताल स्थल पर 734 मोमबत्ती जलाई हैं।
किसानों ने जाम में फंसी एंबुलेंस को निकाला
दिल्ली में एक व्यक्ति का आपरेशन कराकर पानीपत लौट रही एंबुलेंस गांव नाथूपुर के पास जाम में फंस गई। जिसे वहां मौजूद किसानों ने पास ही क्षतिग्रस्त सड़क से धक्का देकर उसे निकाला। पानीपत निवासी अनुज जैन ने बताया कि उनके पिता का दिल्ली के अस्पताल में आपरेशन हुआ है। वह अपने पिता को दिल्ली से लेकर पानीपत लौट रहे थे। सिंघु गांव के अंदर से वह अपने पिता को लेकर नाथूपुर के पास पहुंचे तो जाम लगा मिला। जाम में एंबुलेंस काफी देर तक फंसी रही। जिस पर पास ही मौजूद कुछ किसान उनकी मदद को आए और उन्होंने क्षतिग्रस्त रास्ते से धक्का देकर एंबुलेंस को निकाला और गंतव्य की तरफ रवाना होने में मदद की।
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